पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. एक मालगाड़ी ने सियालदाह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी. टक्कर लगने से कंचनजंगा एक्सप्रेस की कई बोगियां पटरी से उतर गईं. इस हादसे में अब तक नौ लोगों की मौत जबकि 36 के घायल होने की खबर है.
ये टक्कर सोमवार सुबह नौ बजे के आसपास उस समय हुई, जब 13174 कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदाह जा रही थी. इस टक्कर में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दो डिब्बे डिरेल हो गए. हर तरफ चीख-पुकार मच गई. टक्कर लगने की वजह से ट्रेन की बोगियां पटरी से उतर गईं. प्रशासन गैस कटर से डिब्बों को काटकर लोगों को बाहर निकालने में जुटा है.
घटना से जुड़े Updates:
- सूत्रों के मुताबिक कंचनजंघा एक्सप्रेस के लोको पायलट को रंगपानी और चतरहाट के बीच मैनुअल सिग्नल देखकर ट्रेन लेने के लिए निर्देशित किया गया था क्योंकि स्वचालित सिग्नलिंग सिस्टम काम नहीं कर रहा था. ड्राइवर को टी/ए 912 जारी किया गया (दस्तावेज, जिसे टीए 912 कहा जाता है, मालगाड़ी के ड्राइवर को रानीपतरा के स्टेशन मास्टर द्वारा जारी किया गया था, जिसमें उसे सभी लाल सिग्नल पार करने का अधिकार दिया गया था). मालगाड़ी ने निर्देशों की अनदेखी क्यों की. यही सवाल है. सीपीआरओ एनएफआर ने पहले ही बताया है कि मालगाड़ी तेज गति से चल रही थी. जब स्वचालित सिग्नल काम नहीं कर रहे थे तो मालगाड़ी तेज गति से उसी ट्रैक पर क्यों चल रही थी? रेलवे ने कहा कि वे इस मुद्दे की भी जांच कर रहे हैं.
- बताया जा रहा है कि अलुआबारी रोड स्टेशन पर पहुंची कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के अधिकांश यात्रियों ने दुर्घटना के लिए रेलवे को जिम्मेदार ठहराया. यात्रियों से लेकर कई राजनीतिक नेताओं ने दावा किया है कि यह दुर्घटना रेलवे की लापरवाही के कारण हुई है. अलुआबाड़ी रोड स्टेशन पर पहुंची ट्रेन के ड्राइवर ने हालांकि कुछ नहीं कहा, लेकिन अलुआबाड़ी स्टेशन प्रबंधक सुदीप्त कुंडू ने कहा कि सभी चीजों की जांच करने के बाद ट्रेन को रवाना किया जाएगा, यात्रियों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है. करीब आधे घंटे बाद ट्रेन रवाना होगी. साथ ही यात्रियों को विभिन्न सेवाएं देने के लिए मारवाड़ी जूबो मंच, रेलवे आरपीएफ, जीआरपी समेत विभिन्न संगठन मौजूद थे.
- जैसे ही कंचनजंगा ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों को छोड़कर अलुआबारी स्टेशन पहुंची, स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा दुर्घटना से प्रभावित ट्रेन के यात्रियों के लिए खिचड़ी से लेकर नाश्ते की व्यवस्था की गई. रंगपानी दुर्घटना स्थल से 13174 डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस 6 एसी कोचों सहित कुल 15 डिब्बों के साथ इस्लामपुर अलुआबारी रोड स्टेशन पहुंची. स्टेशन पहुंचने पर इस्लामपुर के विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों ने रेल यात्रियों को पानी, बिस्कुट, केक और विभिन्न पके हुए खाद्य पदार्थ वितरित करने के लिए आगे आए. हालांकि, रेल यात्रियों में अभी भी दहशत है.
- रेल मंत्री ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से भी मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना.
-रेल मंत्री दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. यह स्थान दार्जिलिंग जिले के रंगापानी स्टेशन के पास है. यहां रेल मंत्री संबंधित अधिकारियों से घटना संबंधित जानकारी ले रहे हैं.
-रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बाइक से रेल हादसे की साईट पर पहुंच रहै हैं. दरअसल, जिस जगह हादसा हुआ है, वहां वाहन से जाने का रास्ता कच्चा है और गाड़ी से जाने में काफी समय लगता. इसलिए मंत्री ने बाइक से जाने का फैसला किया.
कंचनजंगा ट्रेन हादसे के बाद 19 ट्रेनें डायवर्ट
- 19602 न्यू जलपाईगुड़ी- उदयपुर सिटी वीकली एक्सप्रेस
- 20503 डिब्रूगढ़ृ- नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस
- 01666 अगरतला- रानी कमलापति स्पेशल ट्रेन
- 12377 सियालदाह- नई अलीपुरद्वार पदातिक एक्सप्रेस
- 06105 नागरकोविल जंक्शन.- डिब्रूगढ़ स्पेशल
- 20506 नई दिल्ली- डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस.
- 12424 नई दिल्ली- डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस
- 22301 हावड़ा- न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस
- 12346 गुवाहाटी- हावड़ा सरायघाट एक्सप्रेस
- 12505 कामाख्या- आनंद विहार नॉर्थईस्ट एक्सप्रेस
- 12510 गुवाहाटी- बेंगलुरु एक्सप्रेस
- 22302 न्यू जलपाईगुड़ी- हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
- 15620 कामाख्या- गया एक्सप्रेस
- 15962 डिब्रूगढ़- हावड़ा कामरूप एक्सप्रेस
- 15636 गुवाहाटी- ओखा एक्सप्रेस
- 15930 न्यू तिनसुकिया- तांबरम एक्सप्रेस
- 13148 बामनहाट- सियालदह उत्तर बंग एक्सप्रेस
- 22504 डिब्रूगढ़- कन्याकुमारी एक्सप्रेस
रेल मंत्री ने पीड़ितों के लिए राहत राशि बढ़ाई
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे के पीड़ितों के लिए घोषित राहत राशि बढ़ा दी है. इसके तहत मृतकों के परिजनों को दस लाख रुपये की राहत राशि, गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख जबकि मामूली रूप से घायल हुए लोगों को पचास हजार रुपये की राहत राशि दी जाएगी.
सियालदाह के लिए ट्रेन घटनास्थल से रवाना
पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा कि मृतकों की संख्या नौ है. घटनास्थल से सियालदाह के लिए ट्रेन रवाना हो चुकी है. दोपहर 12.40 बजे ये ट्रेन रवाना हो गई. अधिकतर यात्री माल्दा और बोलपुर से हैं और अधिकतर यात्री सुरक्षित हैं.
कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे में प्रथम दृष्टया मानवीय चूक
दार्जिलिंग जिले में रेलवे बोर्ड की चेयरमैन जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि इस घटना में प्रथम दृष्टया मालगाड़ी चालक की बड़ी चूक सामने आ रही है. मालगाड़ी को रुकने का सिग्नल दिया गया था लेकिन ट्रेन चालक ने सिग्नल की अनदेखी कर कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी. इस वजह से पैसेंजर ट्रेन के सबसे पीछे का गार्ड का डिब्बा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और आगे दो पार्सल वैन के डिब्बे थे, जो क्षतिग्रस्त हुए. ये एक तरह के मानवीय चूक का मामला है.
इससे पहले नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने इस दुर्घटना पर कहा था कि इस हादसे में 25 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है. मालगाड़ी ने कंचनजंगा ट्रेन को पीछे से टक्कर मारी है. टक्कर के कारणों का पता जांच के बाद चलेगा. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं, कटिहार से भी अधिकारी पहुंचे हैं. जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उन्हें गंभीर चोटें नहीं हैं. अभी तक की जानकारी के मुताबिक आठ लोगों की मौत हुई है.
कंचनजंगा ट्रेन हादसे के बाद रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव दार्जिलिंग के लिए रवाना हो रहे हैं. वह बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचेंगे. दुर्घटनास्थल बागडोरा एयरपोर्ट से 40 किलोमीटर की दूरी पर है.
ट्रेन हादसे के बाद पीड़ितों के लिए राहत राशि का ऐलान
कंचनजंगा ट्रेन हादसे के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से मृतकों के परिजनों के लिए राहत राशि का ऐलान किया गया है. मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये जबकि घायलों को पचास हजार रुपये की राशि दी जाएगी.
PM मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की रेल दुर्घटना दुखद है. अपने प्रियजनों को खो चुके के प्रति संवेदनाएं हैं. मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. मैंनेअधिकारियों से बात की है और स्थिति का जायजा लिया है. पीड़ितों की मदद के लिए बचाव कार्य शुरू किया गया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं.
अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में हुआ रेल हादसा बहुत दुखद है. इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुई ट्रेन दुर्घटना में कई यात्रियों की मौत का समाचार दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति दे. शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना है. भारतीय रेल में यात्रियों की सुरक्षा और सफर अब चिंता का विषय होता जा रहा है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि राहत एवं बचाव कार्य में हरसंभव सहयोग करें.
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि देश में लगातार हो रहे रेल हादसों का जिम्मेदार कौन है?
हेल्पलाइन नंबर
न्यू जलपाईगुड़ी के पास डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस की पीछे से टक्कर के बाद सियालदाह स्टेशन पर एक विशेष हेल्पलाइन बूथ बनाया गया है. हेल्पलाइन नंबर हैं:- 03323508794, 033-23833326. घटना के बारे में जानकारी या सहायता चाहने वाले यात्री इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.
यात्रियों को और अधिक सहायता प्रदान करने के लिए नैहाटी स्टेशन पर एक अतिरिक्त हेल्प डेस्क भी स्थापित किया जा रहा है। नैहाटी में हेल्पलाइन नंबर:-रेलवे नंबर 39222. बीएसएनएल नंबर 033-25812128.
इससे पहले दार्जिलिंग पुलिस के एडिशनल एसपी अभिषेक रॉय ने कहा था कि इस दुर्घटना में अब तक पांच लोगों की मौत हुई है जबकि 20 से 25 लोग घायल हुए हैं. स्थिति बहुत गंभीर है. ये घटना उस समय हुई, जब मालगाड़ी ने पीछे से कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी.
तमाम नेताओं ने जताया दुख
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने इस दुर्घटना पर कहा कि मुझे अगरतला से सियालदाह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस के साथ न्यू जलपाईगुड़ी में हुई दुर्घटना के बारे में पता चला. मालगाड़ी की टक्कर में टेन के तीन डिब्बे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं. बचाव कार्य जारी है. राज्य सरकार सभी यात्रियों की सुरक्षा और बचाव के लिए रेल प्रशासन के संपर्क में है. मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.
नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे का कहना है कि उन्हें न्यू जलपाईगुड़ी के रंगापानी में ट्रेन हादसे की खबर मिली है. हादसे के बाद भारी बारिश के बीच मौके पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है. इस हादसे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुख जताया है.
इस हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी कहा कि नॉर्थईस्ट फ्रंटियर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी हैं. रेलवे, एनडीआरएप और एसडीआरएफ समन्वय के साथ काम कर रहे हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दुर्घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि दार्जिलिंग जिले में ट्रेन हादसे की खबर से सकते में हूं. खबर है कि कंजनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी. जिला मजिस्ट्रेट, डॉक्टर और एंबुलेंस राहत एवं बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंच गए हैं. युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है.
इस टक्कर के पास न्यू जलपाईगुड़ी के पास सियालदाह स्टेशन पर विशेष हेल्पलाइन बूथ स्थापित किया गया है. ये हेल्पलाइन नंबर 03323508794 और 033-23833326 हैं. इस घटना के संबंध में इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है.
कंचनजंगा ट्रेन हादसे में सियालदाह में हेल्प डेस्क नंबर जारी किए गए हैं.
033-23508794
033-23833326
गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के लिए हेल्पलाइन नबंर
03612731621
03612731622
03612731623
एलएमजी हेल्पलाइन नंबर
03674263958
03674263831
03674263120
03674263126
03674263858