फर्जी कागजों के जरिए भारत में प्रवेश करने वाले चार बांग्लादेशी लोगों को पश्चिम बंगाल स्पेशल टास्क फोर्स (WBSTF) ने पकड़ा है. पुलिस को यह भी पता चला है कि यह अन्य बांग्लादेशियों को भारत में अवैध तरीके से प्रवेश दिलाने का काम करते हैं. चारों की गिरफ्तारी साल्ट लेक इलाके के सेक्टर 5 से की गई है.
जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल स्पेशल टास्क फोर्स ने शनिवार सुबह पीएस इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्प्लेक्स के पास उत्तर 24 पीजी में गोदरेज वाटरफ्रंट के सेक्टर V साल्ट लेक इलाके में बांग्लादेश से आए 4 अवैध प्रवासियों को पकड़ा.
एसटीएफ के मुताबिक, चारों अन्य अप्रवासियों को वैध कागजात के बिना देश में प्रवेश करने में मदद करते थे. चारों को भारतीय क्षेत्र में अवैध रूप से घुसपैठ करने और उसके बाद जाली भारतीय दस्तावेज प्राप्त करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
बताया गया कि सभी भारत में घुसपैठ के लिए अन्य बांग्लादेशी नागरिकों की मदद कर रहे थे. साथ ही नकली भारतीय दस्तावेजों की खरीद और गुप्त उद्देश्य के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में भेजने में भी उनकी मदद कर रहे थे.
पकड़े गए लोगों में ढाका का रहने वाला 24 साल का शेख अब्दुल्ला, चटगांव का रहने वाला 26 साल का इमाम हुसैन, 24 वर्षीय अब्दुर सोबूर और खुलना का रहने वाला 27 वर्षीय खैरुल इस्लाम शामिल है. इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. सभी को पुलिस रिमांड में लेने के लिए विधाननगर कोर्ट में पेश किया जाएगा.
7 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किए गए थे 8 लोग
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत बीएसएफ के जवानों ने पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में भारत-बांग्लादेश सीमा से 8 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. 7 फरवरी को सीमा चौकी फरजीपारा, 141 बटालियन, सेक्टर बेरहामपुर के बीएसएफ जवानों ने 8 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा, जबकि वे जांच के दौरान अपनी पहचान साबित करने में विफल रहे थे.
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला था कि ये सभी नागरिक बांग्लादेशी हैं और आजीविका के लिए अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते हैं. गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जलांगी पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया था. 141 बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की थी और कहा था कि हमारे जवान हर तरह के सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं.