पश्चिम बंगाल में पिछले विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर देने के बावजूद सरकार बनाने से चूक गई बीजेपी अब फिर खुद को जमीन पर मजबूत करने का प्रयास कर रही है. कहने को अभी भी ममता बनर्जी की पार्टी ने अपनी पकड़ मजबूत बनाए हुए हैं, लेकिन बीजेपी तमाम तरह के मुद्दे उठा माहौल को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है. ऐसा ही एक मुद्दा है 'भगवत गीता' का जिसे बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने उठा दिया है.
शुभेंदु अधिकारी ने ऐलान कर दिया है कि अगर बंगाल में एक राष्ट्रवादी सरकार बन जाती है तो हर स्कूली किताब का गीता एक अटूट हिस्सा बन जाएगी. उन्होंने जोर देकर कहा है कि गीता सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि दुनियादारी समझने की ये बेहतरीन किताब है. वसुधैव कुटुंबकम और बहुजन हिताय बहुजन सुखाय गीता का मूल मंत्र रहा है. हमारे प्रधानमंत्री भी हमेशा सब का साथ सब का विकास की बात करते हैं. ऐसे में हर राष्ट्रवादी को अब साथ आना चाहिए. गुजरात में गीता को हर किताब का हिस्सा बना दिया गया है. अब अगर बंगाल में भी ऐसी ही सरकार का गठन हो जाता है तो गीता को स्कूली किताबों का हिस्सा बनाया जाएगा.
अब जानकारी के लिए बता दें कि शुभेंदु अधिकारी ने एक ब्लड डोनेशन कैंप में हिस्सा लिया था. उस कार्यक्रम में ही उन्होंने अपने विचार रखते हुए ये गीता का मुद्दा उठाया. बंगाल की जैसी राजनीति रही है, वहां पर ऐसे तमाम धार्मिक मुद्दे तुरंत राजनीतिक रूप ले लेते हैं और बयानबाजी का दौर शुरू हो जाता है. विधानसभा चुनाव के दौरान भी दुर्गा पूजा और उसके पंडालों को लेकर काफी बवाल देखने को मिला था. एक तरफ बीजेपी ने राज्य सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया था तो ममता ने भी भरी सभा में चंडी पाठ कर सभी को चौंका दिया था.