पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में पिछले साल दिसंबर में बीएसएफ फायरिंग में युवक की मौत का मामला एक बार फिर गरमा गया है. टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कूचबिहार के माथाबंगा में आयोजित जनसभा में बीएसएफ की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मैं आपके लिए प्रेम कुमार बर्मन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेकर आया हूं, जिसे बीएसएफ ने गोली मार दी थी. आप जानते हैं उसके शरीर से कितनी गोलियां निकली थीं? उन्होंने यह भी कहा कि वो इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.
बता दें कि 23 दिसंबर 2022 की रात भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मवेशी तस्करी में कथित संलिप्तता होने पर एक भारतीय नागरिक के दोनों पैरों में गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. मारे गए युवक की पहचान प्रेम कुमार बर्मन (26 साल) के रूप में हुई थी. प्रेम पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के गीतालदह गांव का रहने वाला था. इस क्षेत्र में बांग्लादेश के साथ लंबा बॉर्डर सटा हुआ है.
कोई भी अफसर हो, सुप्रीम कोर्ट जाएंगे: अभिषेक
अब इस मामले में टीएमसी महासचिव और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने बयान दिया है. अभिषेक ने कहा कि अगर वो (प्रेम बर्मन) गौ-तस्कर था तो उसे गिरफ्तार करते, कानूनी कार्रवाई करते, क्या उसके पास से गाय या सोना मिला? फिर तुमने (BSF) उसे गोली क्यों मारी? एफआईआर हो चुकी है, मैं मामले पर नजर रखे हूं. कोई भी अधिकारी हो, मैं सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा. प्रेम बर्मन के शरीर में गोली के 180 छर्रे मिले हैं.
'आम लोगों को मारती है बीएसएफ,' बोले ममता के मंत्री
इससे पहले दिसंबर में ममता सरकार के मंत्री उदयन गुहा ने बीएसएफ को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि बीएसएफ का काम आम लोगों को मारना है. वे लोगों को मार रहे हैं और उन्हें सुरक्षा नहीं दे रहे हैं. क्या इसके पीछे राजनीति है. यहां लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है. सुरक्षा के नाम पर लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार से आज मुलाकात की और सांत्वना दी है.
'जहां टीएमसी मजबूत, वहां किया जा रहा परेशान'
मीडिया से बातचीत में नॉर्थ बंगाल डेवलपमेंट मिनिस्टर मंत्री उदयन गुहा ने कहा- 'हमने पहले भी कहा है कि बीएसएफ का काम आम लोगों को मारना है. वे लोगों को मार रहे हैं. जो बंगाल के सीमावर्ती जिलों में तैनात हैं वे आमतौर पर भाजपा शासित राज्यों से आते हैं. उन्हें पश्चिम बंगाल के आम लोगों पर अत्याचार करने का निर्देश दिया गया है, क्योंकि ये टीएमसी शासित राज्य है. कूचबिहार जिले के कुछ हिस्सों जैसे सीताई और दिनहाटा में जहां टीएमसी मजबूत स्थिति में है, वहां लोगों को सबसे ज्यादा प्रताड़ित करते हैं.
बीएसएफ के सिपाही पर हमला करने का आरोप
बताते चलें कि बीएसएफ सूत्रों ने दावा किया कि प्रेम बर्मन कथित तौर पर सीमा पार से मवेशियों की तस्करी में शामिल था. बर्मन कुछ अन्य लोगों के साथ बांग्लादेश में मवेशियों की तस्करी करने की कोशिश कर रहा था. जब उसका सामना बीएसएफ के एक सिपाही से हुआ तो कथित तौर पर उसने बीएसएफ कांस्टेबल पर हमला कर दिया. जिसके बाद सिपाही ने उसके पैरों पर गोली मार दी.
'प्रवासी श्रमिक था प्रेम'
बीएसएफ ने एक बयान में दावा किया कि बर्मन को भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर कंटीले तारों के सीमांकन के पास बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले के पास कथित रूप से गायों के एक झुंड की तस्करी करते देखा गया था. हालांकि, बर्मन के परिवार ने दावों को खारिज करते हुए कहा कि वह एक प्रवासी श्रमिक था और "सिर्फ दो सप्ताह पहले" अपने पैतृक घर वापस आया था. उन्होंने यह भी कहा कि बीएसएफ अधिकारियों ने प्रेम को गोली लगने के बाद स्थानीय लोगों को उसके शव के पास जाने से मना कर दिया.