पश्चिम बंगाल के हावड़ा और हुगली में रामनवमी पर जुलूस के दौरान हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान सामने आया है. ममता बनर्जी ने कहा है कि रामनवमी पर जुलूस निकालने से हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन बंदूक और बम लेकर रैलियां न करें.
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने सवाल पूछते हुए कहा कि जब शोभा यात्रा के लिए कई रूट्स हैं तो फिर अल्पसंख्यकों के इलाके में इसे क्यों निकाला गया. कल रिशरा क्षेत्र में भी कुछ ऐसा ही हुआ. रमजान सीजन में ये पहले से तय किया गया था. यह जानबूझकर किया गया था. अब रमजान और आने वाली हनुमान जयंती को किसी तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए. बीजेपी नेता राज्य को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं. हिंसा में जिन लोगों की संपत्ति का नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा.
मिदनापुर ने किसी दंगाई को जन्म नहीं दिया: ममता
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के राज में हम दंगे देख रहे हैं. रमजान और अन्नपूर्णा पूजा चल रही है. उस समय रामनवमी का जुलूस पांच दिनों तक क्यों मनाया जाएगा? मिदनापुर ने कभी किसी दंगाई को जन्म नहीं दिया. यह मातंगिनी हाजरा का जन्मस्थान है. मैं अपने हिंदू भाई-बहनों को जिम्मेदारी दूंगी कि रमजान के महीने में मुस्लिमों पर कोई अत्याचार न हो. मेरे हिंदू भाई-बहन गांव-गांव उनकी रक्षा करेंगे और उन्हें बचाएंगे. वे अल्पसंख्यक हैं, उन्हें हमसे न्याय मिलना चाहिए. हमें महात्मा गांधी के सिद्धांतों को याद रखना चाहिए.
सीएम ममता ने युवाओं से की अपील
इस दौरान सीएम ने अपील करते हुए कहा कि एससी, एसटी या छात्रों के खिलाफ कुछ भी नहीं होना चाहिए. मैं युवा पीढ़ी से भी अपील करना चाहती हूं कि आगे आएं. हम आपमें गांधी जी, मातंगिनी और विद्यासागर को देखते हैं जिन्होंने हमें भाषा सिखाई. मुझे विश्वास है कि आप दंगाइयों को रोक सकते हैं. अगर मुझे मेरी कन्याश्री मिल जाए, तो मैं दंगाइयों को रोक सकूंगी. मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील करते हुए ममता दीदी ने कहा कि मैं अल्पसंख्यक समुदाय के अपने भाई-बहनों से अल्लाह के सामने नमाज पढ़कर दंगे रोकने को कहूंगी.
बंगाल के इन इलाकों में हुई थी हिंसा
बता दें कि रामनवमी के जुलूस के दौरान हावड़ा, हुगली जिले में हिंसा हुई थी. हुगली में शोभायात्रा पर पत्थरबाजी और आगजनी का मामला सामने आया था. यहां रिशरा क्षेत्र में हिंदू संगठन शोभायात्रा निकाल रहे थे. जुलूस में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष भी शामिल हुए थे. दिलीप घोष के जाने के बाद अचानक दो संप्रदायों में मारपीट शुरू हो गई थी.
इससे पहले पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के बाद लगातार दो दिन तक अशांति के बाद शिबपुर क्षेत्र में स्थिति बिगड़ गई थी. कई घंटों इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं. रामनवमी उत्सव के दौरान हावड़ा जिले के काजीपारा इलाके में विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल ने शोभायात्रा निकाली थी. इस दौरान ही हिंसा हुई कई वाहनों को आग के हवाले किया गया था. पथराव भी हुआ था.