कश्मीर घाटी में भारी बर्फबारी के बावजूद पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई अपनी खुराफातों से बाज नहीं आ रहे. लाइन ऑफ कंट्रोल के आसपास तमाम इलाकों में कई फीट बर्फ जमी है. यहां से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें बदस्तूर जारी हैं. साथ ही पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर के जरिए जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में बड़ी संख्या में आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है. खुफिया इनपुट्स के मुताबिक पाकिस्तान ने अपनी इस नापाक हरकत को ‘ऑपरेशन सर्द हवा’ का नाम दिया है.
सूत्रों ने जानकारी दी है कि इंटरनेशनल बॉर्डर के उस पार बने लॉन्च पैड्स पर भारी संख्या में विदेशी आतंकवादियों को इकट्ठा किया गया है. जम्मू संभाग के कठुआ, साम्बा,आरएसपुरा, अरनिया और अब्दुलिया सेक्टर में सरहद के उस पार ऐसे कई लॉन्च पैड्स मौजूद हैं. ‘मसरूर बड़ा भाई’, ‘सुकमाल’, ‘चपराल’ और ‘लूनी’ के पास स्थित लॉन्चिंग पैड्स पर आतंकियों का बड़ा मूवमेंट नोटिस किया गया है.
घाटी में भारी बर्फबारी से एलओसी के तमाम रास्ते बंद हैं. लेकिन पाकिस्तान यहां से घाटी में आतंकियों की घुसपैठ से भी बाज नहीं आ रहा. अमूमन साल के इन दिनों में भारी बर्फबारी की वजह से किसी भी तरह का मूवमेंट बहुत मुश्किल होता है. इसकी वजह से घुसपैठ की घटनाओं में काफी कमी आती है. लेकिन पिछले कुछ समय से भारतीय सुरक्षा बलों ने कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ जिस तरह अपने ऑपरेशन से दबाव बनाया है.
उससे पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ गई है. आईएसआई की ओर से आतंकियों पर लगातार भारत के अंदर दाखिल होने के लिए जोर दिया जा रहा है. खुफिया रिपोर्ट्स का कहना है कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की ओर से आतंकवादियों को सर्दियों के लिए गर्म कपड़ों, जूतों के साथ-साथ जीपीएस और अन्य कई हाईटेक नेविगेशन सिस्टम भी मुहैया कराए जा रहे हैं.
पाकिस्तान का मंसूबा कश्मीर के साथ साथ जम्मू में भी आतंकी गतिविधियों को तेज करने का है. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) से जुड़े एक अधिकारी ने इस संबंध में सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी का हवाला दिया. इसके मुताबिक जम्मू से सटे पाकिस्तानी इलाकों में घुसपैठ के लिए 118 आतंकी इकट्ठा है.
इसी तरह एलओसी के उस पार 65 के करीब आतंकी मौजूद हैं. अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से किसी भी गलत हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बीएसएफ पूरी तरह अलर्ट पर है. भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से कश्मीर घाटी के अंदर और नियंत्रण रेखा, दोनों जगह पर ही आतंकवादियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन चलाए गए. 2020 में 221 आतंकवादी ढेर किए गए जबकि इससे पिछले साल 2019 में ये आंकड़ा 153 का ही था.