प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच पिछले साल बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात हुई थी. इस दौरान दोनों नेता हाथ मिलाते भी नजर आए थे. इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई थी, इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को दी . विदेश मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल जी-20 समिट में डिनर के दौरान दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया और द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने की आवश्यकता पर बात की थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दो दिन पहले, चीनी विदेश मंत्रालय ने जोहान्सबर्ग में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और शीर्ष चीनी राजनयिक वांग यी के बीच एक बैठक के बाद दावा किया कि शी जिनपिंग और मोदी जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने पर एक महत्वपूर्ण सहमति पर पहुंचे थे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया, पिछले साल बाली में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने रात्रि भोज आयोजित किया था. इसके अंत में पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग ने एक दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया था और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने की जरूरत पर बात की थी.
भारत और चीन के बीच मई 2020 में हिंसक झड़प हुई थी. इसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई थी. इस गतिरोध के बाद बाली में दोनों नेताओं की पहली सार्वजनिक मुलाकात थी. बागची ने कहा, जैसा आप जानते हैं कि हमने दृढ़तापूर्वक कहा है कि पूरे मुद्दे के समाधान की कुंजी भारत और चीन सीमा के पश्चिमी सेक्टर पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति को हल करना और सीमावर्ती इलाकों में शांति बहाल करना है.
क्या दिल्ली में G-20 समिट में शामिल होंगे जिनपिंग
जब बागची से पूछा गया कि क्या चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग दिल्ली में होने वाली जी-20 समिट में शामिल होंगे. इस पर बागची ने कहा, भारत सभी आमंत्रित नेताओं की भागीदारी के साथ इसकी सफलता के लिए सभी प्रयास और तैयारियां कर रहा है.