भारतीय राजनीति में एक पुरानी कहावत है - दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है. इसीलिए शायद 2014 में राष्ट्रीय राजनीति में जब नरेंद्र मोदी का उभार हुआ तो यूपी की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी को उन्होंने अपना संसदीय सीट चुना. वैसे ही 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सत्ता वापसी की उम्मीद में अपनी स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी को बड़ी उम्मीदों के साथ यूपी की कमान सौंपी. कांग्रेस के नेता और आम कार्यकर्ता आलाकमान के इस फैसले को किसी मास्टरस्ट्रोक से कम नहीं आंक रहे थे. लेकिन चुनाव के नतीजों ने सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. गांधी परिवार की परंपरागत सीट अमेठी भी पार्टी के हाथ से निकल गई. फिर साल 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका ने 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' के बुलंद नारे के सहारे कांग्रेस की नैया पार लगानी चाही. मगर वये दांव भी नहीं चल सका. इसके बाद प्रियंका गांधी ने पिछले साल अक्टूबर में यूपी के प्रभारी पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. जिसे पिछले दिनों स्वीकार किया गया और अब यूपी कांग्रेस को नए प्रभारी के रूप में अविनाश पांडे का नाम मिला. ऐसे में सवाल उठता है कि प्रियंका से प्रभार लिया जाना किसी ख़ास रणनीति का हिस्सा है या कांग्रेस प्रियंका के लिए आसान पिच तैयार करने जा रही है, कौन सी सीटें हैं जहां से प्रियंका के चुनाव लड़ने के ज्यादा उम्मीद जताई जा रही है? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
-------------------------------------
इज़रायल और गाज़ा का संघर्ष जब शुरू हुआ था तब विद्वानों की राय बंटी हुई थी. किसी ने कहा हफ्ते-दो हफ्ते की बात है तो कुछ का कहना था मामला लंबा चलेगा. अब ग्यारह हफ्तों के बाद लग रहा है दूसरे मत वाले विद्वान ठीक थे. आपको याद ही होगा ऐसी मिलती जुलती कंडीशन यूक्रेन-रूस संघर्ष में भी थी.. जो आज तक जारी है, लेकिन आज बात वेस्ट एशिया की करेंगे.. जहां करीब बीस हज़ार लोग जान से जा चुके हैं तो पचास हज़ार घायल हैं. क्या हमास से नेतन्याहू का प्रतिशोध अब उन समेत सभी को महंगा पड़ रहा है और अमेरिका इस बीच खुद को कहां खड़ पा रहा है.. क्या पहले वाले स्टैंड और अब वाले रुख में कुछ बदलाव है? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
------------------------------------
26 दिसंबर का दिन क्रिकेट की किताब में भी ख़ास अहमियत रखता है. वेस्टर्न कंट्रीज में आज की तारीख को बॉक्सिंग डे कहा जाता है. क्योंकि इन देशों में क्रिसमस एक बड़ा त्योहार है और इस दिन सबकी छुट्टी होती है, लेकिन जो लोग क्रिसमस के दिन छुट्टी न लेकर ड्यूटी में लगे रहते हैं, काम पर तैनात होते हैं. ऐसे लोगों को 26 दिसंबर के दिन गिफ्ट देकर बॉक्सिंग डे मनाया जाता है. यह उन्हीं लोगों को समर्पित है. यही वजह है कि इस दिन खेले जाने टेस्ट क्रिकेट मैच को बॉक्सिंग डे के नाम से भी जाना जाता है. तो आज दुनिया के दो अलग अलग हिस्सों में दो इंटरनेशनल टेस्ट मैच शुरू हो रहे हैं. पहला मेलबॉर्न में पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया के बीच और दूसरा इंडिया-साउथ अफ्रीका के बीच. आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया पहली बार इसी टेस्ट सीरीज़ में अपनी पूरी स्ट्रेंथ के साथ मैदान पर उतर रही है. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेला जाएगा. साउथ अफ्रीका में भारत कभी टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत पाया है. तो इस बार जीत के लिए रोहित शर्मा की पलटन को क्या करना होगा और प्लेइंग 11 क्या रहने वाली है? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.