भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी फिलहाल बेल्जियम की जेल में बंद है. अदालत में उसकी जमानत याचिका की सुनवाई कम से कम एक सप्ताह बाद होगी, जिससे वह इस अवधि के दौरान जेल में ही रहेगा. यह स्थिति भारत के लिए एक अहम मौका है जिससे उसके खिलाफ कानूनी और राजनयिक केस को मजबूत किया जा सकता है. इस केस के व्हिसल ब्लोअर ने भी उसे भारत लाने की अपील की है.
मेहुल चोकसी केस में गीतांजली जेम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संतोष श्रीवास्तव ने बताया, "मैं व्हिसल ब्लोअर था और मैंने ही कंपनी में संदिग्ध धोखाधड़ी का शिकायत किया था. ये बहुत अच्छी बात है कि उसे बेल्जियम में हिरासत में ले लिया गया है. मैं सरकार और एजेंसी से रिक्वेस्ट करूंगा कि उसे भारत लाया जाए."
बेल्जियम में हिरासत में लिए जाने के बाद चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया कि मेडिकल ग्राउंड पर उनकी रिहाई के लिए वे अपील दायर करेंगे. उन्हें बेल्जियम में हिरासत में लिया गया है और फिलहाल वह हिरासत में हैं. मेहुल चोकसी नागरिकता के बदले इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम के जरिए एंटीगुआ में बस गया था. पिछले वर्ष 15 नवंबर को चोकसी ने बेल्जियम में एफ रेजिडेंसी कार्ड हासिल की थी, जिसमें उसने अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के बेल्जियम नागरिकता के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था.
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मेहुल चोकसी का क्या था प्लान?
ED के सूत्रों के मुताबिक, चोकसी ने बेल्जियम सरकार को मेडिकल के आधार पर गुमराह किया और इसके लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. चोकसी ने न तो अपनी भारतीय नागरिकता और न ही एंटीगुआन नागरिकता त्यागी है, लेकिन उसने बेल्जियम अधिकारियों से एफ रेजिडेंसी कार्ड के लिए आवेदन किया था और उसे यह मिल भी गया.
भारतीय अधिकारियों को पता चला कि चोकसी बेल्जियम से एफ+ रेजिडेंसी कार्ड हासिल करने की योजना बना रहा था, जिससे उसकी प्रत्यार्पण की प्रक्रिया मुश्किल हो जाती. इसके जवाब में, भारतीय अधिकारियों ने तुरंत उसकी प्रत्यार्पण की मांग की, जिससे बेल्जियम अधिकारियों ने उसकी रेजिडेंसी कार्ड को रिन्यू करने से इनकार कर दिया.
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बेल्जियम में क्यों हिरासत में लिया गया चोकसी?
मेहुल चोकसी ने स्विटजरलैंड के विशेष कैंसर अस्पताल हिर्सलांडेन क्लिनिक आरो में कैंसर के इलाज के लिए आवेदन किया था. उसने वहां लगभग सफलतापूर्वक प्रवेश भी हासिल कर ली थी, लेकिन बेल्जियम अधिकारियों द्वारा एंटवर्प में उसे अस्थायी रूप से हिरासत में ले लिया गया. स्विट्जरलैंड में भी चोकसी ने अपने स्वास्थ्य स्थिति का हवाला देकर इलाज कराने की इजाजत मांगी थी.