तमिलनाडु के मदुरै में एक बैंक में काम करने वाली महिला क्लर्क ने सरकारी स्कूल के विस्तार के लिए अपनी करोड़ों की जमीन दान कर दी. महिला के इस काम को मुख्यमंत्री ने सराहना की. साथ ही सीएम एमके स्टालिन ने घोषणा की कि उन्हें गणतंत्र दिवस पर सीएम पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
दरअसल, आई पुरानम अम्मल नामक महिला एक नेशनल बैंक में क्लर्क के तौर पर कार्यरत हैं. उन्हें पता चला था कि कोडीकुलम के एक सरकारी स्कूल को हायर सेकेंडरी स्कूल में बदलने के लिए जमीन की जरूरत है. पुरनम ने तुरंत अपनी 1 एकड़ 52 सेंट जमीन दान करने का फैसला किया.
उस जमीन की अनुमानित कीमत 7.5 करोड़ रुपये हैं. इसके बाद वह भूमि रजिस्ट्रार के पास गईं और जमीन को स्कूल के नाम पर पंजीकृत कराया.
सीपीएम सांसद सु वेंकटेशन ने पुरनम से की मुलाकात
इसके बाद दस्तावेज मुख्य शिक्षा अधिकारी को सौंप दिया. बच्चों की पढ़ाई के लिए अपनी जमीन दान करने की उनकी अविश्वसनीय इच्छा के बारे में सुनकर, सीपीएम सांसद सु वेंकटेशन ने जाकर पुरनम से मुलाकात की और उन्हें व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद दिया. साथ ही सु वेंकटेशन ने कहा कि ऐसे बहुत से लोग हैं, जो केवल लेना चाहते हैं, लेकिन केवल कुछ ही हैं जो देना चाहते हैं.
गणतंत्र दिवस पर किया जाएगा सम्मानित
ऐसे व्यक्ति का जश्न मनाना हमारा कर्तव्य है, जो हमें देने की इच्छा रखता है. जैसे ही पुरनम का काम वायरल हुआ, सीएम एमके स्टालिन ने उनके इस कदम की सराहना की और घोषणा की कि उन्हें गणतंत्र दिवस पर सीएम पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. सीएम एमके स्टालिन ने ट्वीट (x) कर लिखा कि केवल शिक्षा ही एक अविनाशी धन है.
आई अम्माल के उदार काम से हजारों छात्रों को लाभ होगा. आई अम्मल को उनके कार्य को मान्यता देने के लिए गणतंत्र दिवस पर सीएम विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, जो शिक्षा और शिक्षण को बनाए रखने के तमिल मूल्यों की प्रकृति का प्रतीक है.