पश्चिम बंगाल में इन दिनों दुर्गा पूजा की गहमा-गहमी है. पूजा की तैयारियों में जुटा कोलकाता शहर, भीड़ भरे रास्ते, बाजार में चहल-पहल, इस समय यहां की आम पहचान है. ऐसे में एक गर्भवती महिला को बीच बाजार प्रसव पीड़ा उठती है और वह फुटपाथ पर ही बच्चे को जन्म दे देती है. इस पूरे वाकये के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा सामने दिखता है, जो ना सिर्फ महिला की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाती है, बल्कि प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को सुरक्षित अस्पताल भी पहुंचाती है.
दरअसल यूनेस्को ने कोलकाता के दुर्गा पूजा को विश्वपटल पर जगह दी है. इसी बात का जश्न मनाने के लिए राज्य सरकार ने गुरुवार को राजधानी कोलकाता में एक कार्निवाल का आयोजन किया था. शहर के धर्मतला इलाके में इस जुलूस को देखने के लिए भारी भीड़ जमा थी. इसी बीच स्टेट्समैन हाउस से लगे हुए एक फुटपाथ पर प्रसव पीड़ा के चलते एक महिला लेट गई और दर्द से कराह उठी. मौके पर मौजूद कोलकाता ट्रैफिक पुलिस ने आगे बढ़कर महिला को मदद पहुंचाई.
मां का नाम रानी है और उसकी उम्र 35 साल है. पुलिस ने दोनों की मदद करते हुए उन्हें नीलरतन सरकार अस्पताल पहुंचाया, जहां अब दोनों सुरक्षित हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस महिला की मदद नहीं करती, तो उसकी बेटी का जीवित बचना मुश्किल था. दुर्गा पूजा के इस जश्न के बीच महिला ने एक बेटी को जन्म दिया है. जिस समय महिला ने बच्चे को जन्म दिया, उस वक्त उसके परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था.
महिला की मदद को कुछ स्थानीय दुकानदार आगे आए और वहां मौजूद ट्रैफिक गार्ड इंद्रनाथ मुखोपाध्याय और प्रणब देबनाथ भी मदद को पहुंचे. उन्होंने महिला के लिए स्पेशल एंबुलेंस की व्यवस्था कराई. तब तक मदर टेरेसा की मिशनरी के लोग भी वहां पहुंच गए और उनकी मदद से महिला ने फुटपाथ पर ही बेटी को जन्म दिया.
(रिपोर्ट - राजेश साहा)