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World Water Day: क्या है केन-बेतवा प्रोजेक्ट जिसपर आज UP-MP में होने जा रही डील, कैसे बुंदेलखंड को होगा फायदा?

पीएम नरेन्द्र मोदी सोमवार को 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' की शुरुआत करेंगे. यह अभियान 22 मार्च से 30 नवंबर तक चलेगा. इस दौरान जल संरक्षण और पीने के पानी की क्वालिटी के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी.

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केन-बेतवा नदी परियोजना
केन-बेतवा नदी परियोजना
स्टोरी हाइलाइट्स
  • देश के सभी 700 जिलों में चलेगा जल शक्ति अभियान
  • जल संरक्षण और शुद्ध पानी पर फैलाई जाएगी जागरुकता

विश्व जल दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मार्च को 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' की शुरुआत करेंगे. इस अभियान का थीम वेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स होगा. बता दें कि ये अभियान 22 मार्च से लेकर 30 नवम्बर तक चलेगा. इस दौरान सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को जागरुक किया जाएगा.

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हाल ही में जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जानकारी देते हुए कहा था कि आगामी 22 मार्च से पूरे देश में एक बार फिर से जलशक्ति अभियान शुरू किया जा रहा है, जो देश के सभी 700 जिलों में चलेगा. उन्होंने कहा कि जल संरक्षण और पीने के पानी की क्वालिटी के बारे में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से जल शक्ति अभियान की योजना बनाई गयी है. 

क्या है परियोजना

इस परियोजना के तहत बेतवा और एमपी की केन नदी को लिंक किया जाना है. अनुमानित है कि इसको बनाने में तकरीबन 45 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस खर्च में 90% केंद्र सरकार राशि प्रदान करेगी. इस परियोजना के तहत केन नदी से यूपी की बेतवा नदी तक पानी पहुंचाया जाएगा. 

केन नदी: नदी जबलपुर के पास कैमूर की पहाड़ियों से निकलकर 427 किमी उत्तर की ओर बहने के बाद उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में चिल्ला गांव में यमुना नदी में मिलती है. केन और इसकी सहायक नदियों पर पांच बांध हैं. 

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बेतवा नदी: यह नदी मध्य प्रदेश के रायसेन जिले निकलकर 576 किमी बहने के बाद उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में यमुना में मिलती है. बेतवा और इसकी सहायक नदियों पर पहले से 24 बांध हैं.
 


केन-बेतवा लिंक: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के डोढन गांव में गंगऊ बांध के ऊपर 2,853 एमसीएम क्षमता वाला डोढन बांध बनाया जाएगा. यहां पावरहाउस भी बनाए जाएंगे जिनकी बिजली उत्पादन क्षमता 78 मेगावाट होगी. इस बांध से 220 किमी लम्बी नाहर बनाकर केन के पानी को झांसी के बरुआसागर तालाब में डाला जाएगा. बरुआसागर तालाब, बेतवा पर बने पारीछा बांध में यह पानी पहुंचाएगा. 

जानकारी के मुताबिक लिंक परियोजना के जरिये केन नदी में 1,074  एमसीएम पानी पहुंचाया जाएगा. इसमें 366 एमसीएम पानी 250 किमी लंबी नहर के रास्ते में पड़ने वाले मध्य प्रदेश के पन्ना, टीकमगढ़ और छतरपुर जिलों और उत्तरप्रदेश के झांसी, बांदा और महोबा के 6 लाख हेक्टेयर खेतों को सींचेगा. पानी के अन्य इस्तेमाल को घटाने के बाद बेतवा नदी में 591 एमसीएम पानी पहुंचेगा. बेतवा पर 4 नए बांध बनने से मध्य प्रदेश के विदिशा और रायसेन जिलों में सिंचाई की व्यवस्था होगी. 


 

 

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