दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर एक आईपीएस अधिकारी के ट्वीट की खूब चर्चा हो रही है, जो काफी विवादास्पद है और लोग इस ट्वीट का खूब विरोध भी कर रहे हैं. खुद आंदोलन में शामिल पहलवान बजरंग पूनिया ने भी इस ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. जिस आईपीएस के ट्वीट की हम बात कर रहे हैं उनका नाम है डॉ. एनसी अस्थाना जो रिटायर्ड आईपीएस अफसर हैं.
आईपीएस अस्थाना ने एक जिसका शीर्षक था, 'जंतर-मंतर पर हिरासत में पहलवान... बजरंग पूनिया बोले- हमें गोली मार दो', को रिट्वीट करते हुए लिखा, 'ज़रूरत हुई तो गोली भी मारेंगे. मगर, तुम्हारे कहने से नहीं. अभी तो सिर्फ कचरे के बोरे की तरह घसीट कर फेंका है. दफ़ा 129 में पुलिस को गोली मारने का अधिकार है. उचित परिस्थितियों में वो हसरत भी पूरी होगी. मगर वह जानने के लिये पढ़ा लिखा होना आवश्यक है. फिर मिलेंगे पोस्टमार्टमम टेबल पर!'
इस ट्वीट का जवाब देते हुए पूनिया ने लिखा, 'ये IPS ऑफिसर हमें गोली मारने की बात कर रहा है. भाई सामने खड़े हैं, बता कहाँ आना है गोली खाने… क़सम है पीठ नहीं दिखाएंगे, सीने पे खाएंगे तेरी गोली. यो ही रह गया है अब हमारे साथ करना तो यो भी सही.' यहां बजरंग के समर्थन में कई लोगों ने ट्वीट भी किया और डॉ. अस्थाना के ट्वीट की आलोचना की.
दरअसल दिल्ली के जंतर मंतर पर रविवार को जमकर बवाल हुआ था.. कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर मंतर से संसद तक मार्च निकाल रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई थी. इसके बाद पुलिस ने विनेश-साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवानों और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया और जंतर मंतर को खाली करा दिया. इतना ही नहीं पुलिस ने जंतर मंतर पर धारा 144 लागू कर दी है और कहा है कि अब पहलवानों को दोबारा वहां लौटने नहीं दिया जाएगा.
विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवान जंतर मंतर पर 23 अप्रैल से धरना दे रहे हैं. इससे पहले 18 जनवरी को पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था. तब पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह और कोच पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न, अभद्रता, क्षेत्रवाद जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि, खेल मंत्रालय के दखल के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था. तब खेल मंत्रालय ने पहलवानों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया था. अब तीन महीने बाद पहलवान फिर धरना दे रहे हैं. पहलवानों ने अब कमेटी पर ही सवाल खड़े किए हैं. साथ ही बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की भी मांग की है.
आपको बता दें कि डॉ. एनसी अस्थाना पहले भी कई विवादित ट्वीट कर चुके हैं. केरल के डीजीपी और बीएसएफ तथा सीआरपीएफ में एडीजी के पद पर भी कार्य कर चुके अस्थाना ने मिलिट्री साइंस, डिफेंस तथा अन्य विषयों पर सात किताबें लिखी है.