scorecardresearch
 

कुश्ती महासंघ के चुनावों को लेकर तैयारियां शुरू, IOA के अधिकारियों ने WFI के साथ की मीटिंग

कुश्ती संघ के चुनावों को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं. गुरुवार को इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOA) के अधिकारियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में चुनाव कराने को लेकर चर्चा हुई.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है. इस बीच अब भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनावों को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. गुरुवार को इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOA) के अधिकारियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में चुनाव कराने को लेकर चर्चा हुई.

Advertisement

इस बैठक में एडहॉक कमेटी के सदस्य मैरी कॉम, शरथ कमल, गगन नारंग सहित कई दूसरे सदस्य भी मौजूद थे. बता दें कि कुश्ती संघ के चुनावों को लेकर IOC और uww की तरफ से एक काफी चिंता व्यक्त की जा चुकी है. इसलिए अब जल्द से जल्द चुनाव कराने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए एक दो दिन के अंदर ही अधिसूचना जारी की जा सकती है. एडहॉक कमेटी फिलहाल जज की नियुक्ति का इंतजार कर रही है, जो आईओए द्वारा किए जाने की उम्मीद है.

मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?

> भारतीय कुश्ती संघ पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौनशोषण के आरोप लगाकर पहली बार 18 जनवरी 2023 को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया गया.

> 21 जनवरी को खेल मंत्री ने पहलवानों को भरोसा दिया कि मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया जा रहा है.

Advertisement

> 23 अप्रैल को कमेटी की जांच पर सवाल उठाते हुए महिला पहलवान दोबारा जंतर-मंतर पर धरना देने पहुंच गईं.

> 24 अप्रैल को पहलवानों ने दिल्ली पुलिस से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की, लेकिन FIR दर्ज नहीं हुई.

> 28 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और दूसरे मामले में FIR दर्ज की.

> 3 मई की रात पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच विवाद में झड़प हुई. 7 मई और 21 मई को महिला पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतें हुईं.

> 28 मई को नई संसद के उद्घाटन के दिन ही पहलवान बिना इजाजत के संसद तक मार्च निकालने को बढ़ने लगे. पुलिस ने उन्हें रोका. पहलवानों को हिरासत में लिया गया. रेसलर के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया.

> 30 मई को पहलवानों ने ऐलान किया कि वह अपने मेडल गंगा में बहा देंगे. हरिद्वार पहुंचकर वह ऐसा करने भी वाले थे, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत ने वहां पहुंचकर उन्हें रोक लिया.

23 अप्रैल से धरने पर बैठे थे पहलवान

विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवान जंतर मंतर पर 23 अप्रैल से धरना दे रहे थे. इससे पहले 18 जनवरी को पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था. पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. सुप्रीम कोर्ट के दखल पर दिल्ली पुलिस ने सिंह के खिलाफ दो मामले भी दर्ज किए हैं. 

Advertisement
Advertisement