अफगानिस्तान पर तालिबान के राज ने पूरी दुनिया में हलचल पैदा कर दी है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बदलाव पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है. तालिबान अपनी सरकार बनाने की पूरी तैयार कर चुका है और अपनी इमेज बदलने की भी कोशिश कर रहा है. लेकिन तालिबान का अतीत उसका पीछा नहीं छोड़ रहा है. तालिबान के क्रूर रूप पर भारत के पूर्व विदेश मंत्री और टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है.
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को लेकर आजतक ने पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा से बात की. उनसे सवाल किया गया कि तालिबान के दावे अलग हैं लेकिन लोग जो आपबीती सुना रहे हैं क्या उन्हें देखकर तालिबान की बर्बरता नजर नहीं आती है.
इस सवाल के जवाब में यशवंत सिन्हा ने कहा ''ठीक है बहुत सारे भयानक दृश्य देखने को मिले हैं, और बहुत सारे मुल्क हैं, हमारा भी मुल्क है, जहां इस तरह के भयानक दृश्य देखने को मिल जाते हैं. लेकिन इससे हम पूरे मुल्क को जज नहीं करेंगे.''
बता दें कि इससे पहले मशहूर शायर मुनव्वर राना का भी एक बयान आया था. उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान से ज्यादा क्रूरता हिंदुस्तान में है. अब यशवंत सिन्हा ने कहा है कि जो भयानक दृश्य अफगानिस्तान से आए हैं ऐसे दुर्भाग्य से हमारे मुल्क से भी आते रहते हैं.
इसके अलावा यशवंत सिन्हा ने कहा ''हम ये नहीं कह रहे कि तालिबान जो बोल रहा है उस पर विश्वास कर लें, लेकिन जो बोल रहा है उसको 'आउट ऑफ हैंड' न लें, सिरे से खारिज न करें. हम वेरिफाई करें और भरोसा करें.''
अमेरिका को बताया जिम्मेदार
पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने ये भी दावा किया कि अफगानिस्तान आज जिन हालात में है, उसके लिए सिर्फ और सिर्फ अमेरिका जिम्मेदार है. अमेरिका अकेले सबसे बड़ा गुनहगार है. अमेरिका की इतनी बड़ी फौज है, थिंक टैंक है, क्या उसको पता नहीं था कि जब उसकी फौज वहां से निकल जाएगा तो तालिबान क्या करेगा. आज हम आश्चर्य कर रहे हैं कि तालिबान ने इतनी जल्दी कैसे कब्जा कर लिया. इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि सबसे बड़ी गलती अमेरिका ने की है और आज जो संकट है उसके लिए अमेरिका जिम्मेदार है.