तालिबान (Taliban) और कश्मीर (Kashmir) का पुराना वास्ता रहा है. इतिहास के कुछ पन्ने मोड़कर देखेंगे तो साफ हो जाएगा कि तालिबान (Taliban) की दहशतगर्दी ने घाटी में भी माहौल खराब किया है. 1989 में शुरू हुई सशस्त्र मिलिटेंसी की वजह से जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भयंकर हिंसा का दौर शुरू हुआ था. सड़कों पर पत्थरबाजी करता युवक था, आर्मी (Army) पर हमले करने वाले आतंकी (Terrorists) थे और दहशत में जीने को मजबूर था हर कश्मीरी. देखें कश्मीरी आतंकवाद (Kashmiri Terrorism) से तालिबान के कनेक्शन पर क्या है एक्सपर्ट की राय.