जब चीन की अपने ही घर में फजीहत होने लगी तो उसने गलवान का सच स्वीकार कर लिया. हालांकि उसने आधा-अधूरा सच ही उगला लेकिन चीन को ये मानना पड़ा कि गलवान में उसके सैनिक मारे गए. भारत ने अपने कूटनीतिक दांव से ना सिर्फ चीन को झुकाया बल्कि उसके झूठ की भी कलई खोल दी. जो सीधे तरीके से मान ले वो चीन नहीं हो सकता. गलवान पर चीन दुनिया की आंखों में धूल झोंकता रहा, सच दबाए रहा. दिखावा करता रहा कि उसकी सेना को तो कुछ हुआ ही नहीं. लेकिन जब घर में ही आक्रोश की आग भड़की तो चीन की अक्ल ठिकाने आ गई. गलवान में चीन की सारी हेकडी निकल गई. लौट के चीन फिर बातचीत पर आया है. आज कमांडर स्तर की दसवीं बैठक हो रही है. चीनी इलाके वाले मोलडो में बैठक जारी है. देखें खास कार्यक्रम, चित्रा त्रिपाठी के साथ.