जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकवाद पर देश के बहादुर जवानों ने करारा प्रहार किया है. सेना ने लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकी को उरी में पकड़ लिय़ा है. सेना के मुताबिक आतंकी का नाम अली बाबर है. उसकी उम्र 19 साल है. वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ओकारा का रहने वाला है. सेना के मुताबिक अली बाबर ने अपने पांच साथियों के साथ 18-19 सितंबर की दरम्यानी रात घुसपैठ की कोशिश की थी. इनमें चार पाकिस्तानी सीमा पार से फायरिंग कर रहे थे जबकि अली बाबर और उसका साथ अतीकुर रहमान उर्फ कारी अनस भारतीय सीमा में घुस चुका था. लेकिन सेना का सख्त बंदोबस्त देखकर अली बाबर और कारी अनस सलामाबाद नाले में छिप गया. ये वही नाला है जिस रास्ते से पांच साल पहले आतंकियों ने उरी के आर्मी कैंप पर हमला किया था. सात दिन तक सर्च करने के बाद 26 सितंबर को दोपहर फिर मुठभेड़ हुई जिसमें आतंकी कारी अनस मारा गया जबकि अली बाबर ने सरेंडर कर दिया. सेना से पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने पाकिस्तान के गढ़ी हबीबुल्लाह इलाके में आतंकी ट्रेनिंग ली थी. उसने सेना को अपनी मां का फोन का नंबर भी दिया. उसे पट्टन में हथियार सप्लाई का जिम्मा सौंपा गया है. हालांकि सेना को लगता है हथियार सप्लाई से ज्यादा बड़ी साजिश हो सकती है. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
A 19-year-old Lashkar-e-Taiba terrorist from Pakistani Punjab, captured in a massive army operation to stop infiltration at Jammu and Kashmir's Uri, has made big revelations to the army including details of his terror training in which the Pakistan Army was allegedly involved. The terrorist surrendered when his associate, trying to cross over with him, was killed by the army. Watch the video for more information.