इबादत करने के सबके अपने-अपने तरीके हैं. मुसलमानों में ये इबादत दिन में 5 बार नमाज़ पढ़कर की जाती है. हर नमाज़ से पहले अज़ान होती है. दरअसल नमाज़ पढ़ने से पहले पुकार को अज़ान कहते हैं. मुस्लिमों में अज़ान का काफी महत्व है ये पुकार इसीलिए लगाई जाती है ताकी जो भी लोग दफ्तर, घरों या सड़कों पर हैं उन्हें आगाह किया जा सके कि 10 या 15 मिनट में नमाज़ पढ़ी जाएगी। इस वीडियो में देखें कि अज़ान का महत्व क्या है? कब से इसकी अहमियत रही है? अज़ान के मायने क्या हैं और क्या इसकी महत्वता लाउडस्पीकर से जुड़ी है?
There is a controversy going on in India over Azaan on loudspeakers. Meanwhile Watch this video to know how important Azaan is in Muslim Community.