60 घंटे की तबादला कथा केंद्र और ममता बनर्जी के बीच एक नई तनातनी में बदल गई है. ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव को रिलीव करने से इनकार कर दिया है. केंद्र सरकार ने 28 तारीख को उन्हें दिल्ली अटैच करने का आदेश दिया था. उसी दिन पीएम मोदी के साथ बैठक को लेकर विवाद सामने आया था. आज सुबह 10 बजे केंद्र के आदेश की मियाद खत्म हो गई और अब ममता की चिट्ठी से नई लड़ाई छिड़ गई है. 5 पन्नों की लंबी चिट्ठी में ममता बनर्जी ने केंद्र के फैसले पर एक खास वजह से हैरानी जताई. ममता ने लिखा कि जिस केंद्र सरकार ने उनकी सिफारिश पर 24 मई को मुख्य सचिव अलापन की नौकरी को इस कारण 3 महीने बढ़ाने पर सहमति जता दी थी कि पश्चिम बंगाल कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है, उसी ने 28 मई को उन्हें दिल्ली अटैच करने का फरमान आखिर क्यों जारी कर दिया?
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee on May 31 wrote to Prime Minister Narendra Modi that her government cannot release Chief Secretary Alapan Bandyopadhyay who has been asked to report to the Centre in what she called a "unilateral order". Watch the video for more information.