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'इस सम्मान के साथ साहित्य के प्रति जिम्मेदारी बढ़ गई है', बोलीं बुकर अवार्ड विजेता गीतांजलि श्री

'इस सम्मान के साथ साहित्य के प्रति जिम्मेदारी बढ़ गई है', बोलीं बुकर अवार्ड विजेता गीतांजलि श्री

गीतांजलि को भारतीय भाषा के लिए पहली बार ये सम्मान मिला. गीतांजलि को ये पुरस्कार उनके हिंदी उपन्यास रेत की समाधि के अंग्रेजी अनुवाद के लिए मिला है. डेजी रॉकवेल ने गीतांजलि के उपन्यास के अंग्रेजी अनुवाद टॉम्ब ऑफ सैंड के नाम से किया था. उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में जन्मी गीतांजलि श्री दिल्ली में रहती हैं और तीन दशक से लेखन में सक्रिय हैं. उनकी किताबों का अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, सर्बियन और कोरियन भाषा में अनुवाद हो चुका है. आजतक संवाददाता ने गीतांजलि श्री से खास बातचीत की. श्री ने कहा है कि ये हिंदी भाषा और साहित्य की मान्यता है. देखें गीतांजलि श्री के साथ ये खास बातचीत.

Gitanjali Shree received the Booker Prize for the English translation of her Hindi novel Reet Ki Samadhi. Daisy Rockwell did the English translation of Gitanjali's novel as Tomb of Sand. Aaj Tak correspondent had an exclusive conversation with Gitanjali Shree. watch this video.

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