संघ प्रमुख मोहन भागवत ने CAA-NRC को लेकर बयान दिया है. मोहन भागवत ने कहा है कि इससे किसी भी मुस्लिम को कोई खतरा नहीं हैं. इतना ही नहीं संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुवाहाटी में कहा है कि 1947 में अगर देश के नागिरकों की राय ली जाती, तो बंटवारा नहीं होता. गुवाहाटी में एक किताब के विमोचन के दौरान मोहन भागवत ने कहा कि भारत के नागरिकों को सीएए और एनआरसी पर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. मोहन भागवत ने आगे कहा कि भारत के विभाजन के बाद यह वादा किया गया था कि प्रत्येक देश अल्पसंख्यक लोगों की देखभाल करेगा. हम आज तक इसका पालन कर रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान ने नहीं किया. सभी लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ इस सपने के साथ लड़ाई लड़ी कि एक स्वतंत्र देश होगा. देश के बंटवारे के समय लोगों की सहमति नहीं ली गई थी. देखिए ये वीडियो.
RSS chief Mohan Bhagwat on Wednesday said the Citizenship (Amendment) Act (CAA) and National Register of Citizens (NRC) would not harm India's Muslim citizens. Not only this, Mohan Bhagwat while a book release in Guwahati has said that if the opinion of the citizens of the country was taken in 1947, then there would have been no partition. Watch this video.