किसने सोचा था कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत इस तरह से दोबारा दिल्ली लौटेंगे. किसने सोचा था कि उनके साथ के बहादुर जांबाज इस तरह से उनके साथ लौटेंगे. पालम एयरपोर्ट पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत का परिवार मौजूद था, दोनों बेटियां अपने पिता को इस तरह से देखने के लिए तैयार नहीं थीं. बार बार अचेत होती बेटियों को हिम्मत दी जा रही थी. सीडीएस रावत का शव जब उनके निवास स्थान पर पहुंचा तो वहां उनके अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने नम आंखों से बिपिन रावत को अलविदा कहा. सीडीएस रावत की अंतिम यात्रा गन कैरिज पर हुई जिसके साथ तोप भी रखा गया था. देखें ये वीडियो.