बिहार की राजनीति में एकाएक हलचल बढ़ने लगी है. लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में टूट हो गई है और अब वर्चस्व की लड़ाई लड़ी जा रही है. चिराग और पशुपति की जंग कोई नई नहीं हैं. इतिहास अपने आप को दोहराता रहा है. यहां त्याग पर लालच हावी हो जाता है, यहां सत्ता की हनक रिश्तों पर भारी पड़ जाती है. 2012 विधानसभा चुनावों में जब मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को सीएम का चेहरा बनाया तो पार्टी में सियासी चिंगारी उठी, जिसने 2017 में आग का रूप ले लिया. मंच पर चाचा-भतीजे खुलकर सामने आ गए. मुलायम के सामने ही आर-पार की जंग शुरू हो गई. पार्टी दो टुकड़ों में बंट गई और शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाकर एसपी से किनारा कल लिया. देखें और कौन -कौन सी पार्टियों ने दोहराया ये इतिहास.
The Lok Janshakti Party (LJP) appeared headed for split on Tuesday after a faction headed by Hajipur MP Pashupati Kumar Paras removed his estranged nephew Chirag Paswan as party chief, prompting Paswan’s loyalists to respond by stripping five rebel parliamentarians of the party’s primary membership. The family feud in political parties is not new, these political families have witnessed the same. Watch the video.