कोरोना खतरनाक है लेकिन इतने कड़वे अनुभवों के बाद भी लोग सीखने को तैयार नहीं. वो तब तक घरेलू इलाज का सहारा लेते हैं जब तक कि मामला हाथ से निकल नहीं जाता. उत्तरकाशी में 66 कंटेनमेंट जोन हैं. कोई भी गांव ऐसा नहीं जहां कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई हो. लेकिन, गांव वालों से बातचीत में पाया कि लोग बीमारी के बावजूद शुरुआती इलाज में घरेलू नुस्खों का सहारा ले रहे थे, मामला बिगड़ने पर ही अस्पताल का रुख किया. देखें ग्राउंड रिपोर्ट.
Coronavirus has claimed many lives, and yet people are careless. In Uttarkhand's Uttarkashi, most of the villagers are dependent on home remedies to treat corona patients. Watch this ground report.