कोरोना को लेकर अब चिंता की एक नई बात सामने आ रही है. संक्रमण को पकड़ने वाले RTPCR टेस्ट से कोरोना पकड़ में आ ही जाएगी इसकी गारंटी नहीं है. 20 फीसदी मामलों में रिपोर्ट गलत आने के भी संकेत है. एक तरफ कोरोना मरीजों की बढती तादाद के आंकडे लगातार डरा रहे हैं. लोग वक्त पर इलाज नहीं मिलने से परेशान है और अब एक नई मुसीबत सामने आ रही है. डरने वाली बात ये है कि .संक्रमण को पकड़ने वाले RTPCR टेस्ट पर भी अब सौ फीसदी भरोसा नहीं किया जा सकता. देश के तमाम राज्यो में लगातार ऐसे मरीज मिल रहे हैं जो कोरोना के लक्षणों से पीड़ित है लेकिन इसके बावजूद टेस्ट रिपोर्ट बार-बार निगेटिव आ रही है. यानि कोरोना की दूसरी लहर में वायरस नई तरह से हमलावर है. इस बार वायरस पकड में नहीं आ रहा तो इसकी कई वजह हैं. देखें खास कार्यक्रम, इस वीडियो में.
The novel coronavirus variant that is causing the current wave of Covid-19 is not just highly infectious but also stealthy. City hospitals say there are getting cases where a patient has typical symptoms of the disease but tests negative for the viral infection, sometimes twice or thrice even through RT-PCR, considered the gold standard for Covid testing. 20 per cent of the cases reported the wrong test results. Watch the report.