टीके की दोनों डोज लगवाने के बावजूद होने वाली मौतों ने वैक्सीन की उपयोगिता पर सवाल उठा दिए हैं. लोग पूछ रहे हैं कि जब डबल डोज लगवाने के बावजूद मौतें हो रही हैं तो टीके की विश्वसनीयता क्या है? तमाम डॉक्टर अब इस पर सफाई दे रहे हैं. तमाम डॉक्टरों ने कोरोना वैक्सीन पर और रिसर्च की जरूरत भी बताई है. डॉक्टर ये दलील भी दे रहे हैं कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों में संक्रमण के बाद मौतों का आंकड़ा बेहद कम है. डॉक्टर अभी भी इस बात को लेकर मुतमइन हैं कि वैक्सीन कोरोना को हराने के लिए सबसे मजबूत हथियार है. देखें कोवैक्सीन और कोविशील्ड की डोज के बाद किसमें संक्रमित होने की कितनी आशंका है.
As of May 18, 0.13 per cent of those who received both doses of Covaxin got Covid again. The percentage of breakthrough infections in those who received Covishield, meanwhile, was 0.07 per cent, data showed. Watch video.