दुर्गा पूजा में सिर्फ मां की आराधना नहीं ही नहीं होती बल्कि उन बातों का दृढ़ निश्चय कर लिया जाता है कि जिन्हें आने वाले कल में पूरा करना होता है. कोलकाता के त्रिधरा पंडाल में कोविड वॉरियर्स को ही देवी का स्वरूप दे दिया गया है. जहां एक ओर डॉक्टरों की मूर्तियां बनाई गई हैं, वहीं दूसरी तरफ बंगाल के उन लोगों को निशान बनाए गए हैं, जिन्होंने देश-दुनिया में बंगाल का नाम ऊंचा किया है. इन सबके बीच अकालबोधन का क्या रहस्य है, इस पंडाल की क्या खासियत है, देखिए मनोज्ञा लोइवाल की इस खास रिपोर्ट में.