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कृषि कानून के खिलाफ ही नहीं, सरकार के व्यवहार से भी नाराज क‍िसान

कृषि कानून के खिलाफ ही नहीं, सरकार के व्यवहार से भी नाराज क‍िसान

किसान सिर्फ कृषि कानून के खिलाफ ही नहीं बल्कि सरकार के व्यवहार से भी नाराज हैं. उन्हें लगता है कि सरकार जान बूझकर उनके मामले को लटका रही है, किसानों को लगता है कि सरकार के मन में किसानों के प्रति खोट है. सिंधु बॉर्डर पर बैठे किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, क्योंकि एक तो सरकार उनकी सुन नहीं रही, दूसरा दिल्ली पुलिस ने उन किसानों पर केस दर्ज कर लिया है जो सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर बैठे थे. किसानों में इस केस दर्ज करने को लेकर जबरदस्त आक्रोश है. सिंघु बॉर्डर की तरह गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों का पहरा है. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसी भी सूरत में किसानों को समझाने बुझाने का प्रयास चल रहा है. चिल्ला बॉर्डर पर तो पुलिस आंदोलनकारियों को मास्क बांट रही है ताकि वो कोविड से बचे रहें.

Farmers are not only angry with the new farm laws but also with the behavior of the government towards them. They are feeling that the govt has some problems with them. The resentment of the farmers sitting on the Singhu border is increasing, because firstly the government is not listening to them, second the Delhi Police has registered a case against those farmers who were sitting at the red light of the Singhu border.

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