करीब 32 साल पहले 25 अक्टूबर 1988 को किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में भारतीस किसान संघ ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के बोट क्लब पर रैली की थी और पूरी लुटियंस दिल्ली को जाम कर दिया था. जिसके बाद किसानों की मांगों के आगे राजीव गांधी सरकार को झुकना पड़ा था.