असदुद्दीन ओवैसी सियासत के मैदान के मंझे हुए खिलाड़ी हैं. सियासत का मैदान उनका था, लेकिन BJP ने घर में घुसकर चैलेंज दिया.150 सीटों में सिर्फ 51 सीटों पर ओवैसी ने सियासी बैटिंग की, लेकिन उनकी टीम का स्ट्राइक रेट सबसे हाई है. लोकल चुनाव के नतीजों में बीजेपी की लीड पर अब यही कहा जा सकता है, कि घाटा टीआरएस को हुआ है. ओवैसी के सियासी कद और सियासी वजूद की व्याख्या समझने के लिए हैदराबाद का निकाय चुनाव काफी है. सिर्फ 51 सीटों पर ही चुनाव लड़ा, लेकिन ओवैसी का स्ट्राइक रेट वोटरों पर उनकी मजबूत पकड़ का सबसे बड़ा सबूत है.