भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने ज्ञानवापी परिसर से मिले शिवलिंग नुमा आकृति की कार्बन डेटिंग की बजाय अन्य सुरक्षित और कारगर तकनीकों के जरिए जांच कराए जाने की दलील इलाहाबाद हाईकोर्ट के सामने रखी. एएसआई के वकील मनोज सिंह ने कहा कि शिवलिंगनुमा आकृति की कार्बन डेटिंग से जांच कराने पर उस आकृति को नुकसान पहुंच सकता है. देखें ये रिपोर्ट.