हाथरस गैंगरेप के अरोपियों को बचाने के लिए तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं. आईटी सेल तक उन्हें बचाने की बेताबी में नजर आ रही है. दावा किया जा रहा है कि गैंगरेप पीड़िता के पहले के बयान सिर्फ हिंसा के थे, न कि यौन उत्पीड़न के. पीड़िता ने परिवार के चलते बयान बदले. तथ्य इससे अलग हैं. पीड़िता पहले दिन से ही खुद के साथ यौन हिंसा की बात कह रही है. इस वीडियो में, पीड़िता को यह कहते सुना जा रहा है कि "गला दबा दिया, यह पूछे जाने पर कि क्यों तो उसका जवाब था "जबर्दस्ती ना करे दे रही तासु." देखें वीडियो.