सेंगोल की परिकल्पना जितनी दुश्कर थी, उससे कहीं दुश्कर था इसका निर्माण. बनाने वालों की परेशानी ये भी थी कि स्वतंत्रता दिवस बेहद निकट था और उन्हें सिर्फ आठ दिन में सेंगोल बनाने का कार्य करना था. पांच फीट लंबे और दो इंच मोटे सेंगोल को बनाने में करीब 15 हजार रुपए की कीमत आई थी.