रात होते ही चीन भारतीय सीमाओं के भीतर दखल देने की कोशिश में रहता है. चीन दबे पांव लद्दाख की ऊंची चोटियों पर कब्जा करने की फिराक में है लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही है. भारत-चीन के बीच युद्ध ही होगा? क्या युद्ध ही अब एक मात्र विकल्प है? क्या दुनिया को युद्ध की विभीषिका में धकेल कर ही मानेगा चीन? ये तीन बड़े सवाल हैं, और इन तीनों सवालों के जवाब तकरीबन हां है. जानते हैं क्यों, क्योंकि जबतक कमांडर स्तर की बातचीत फेल हो रही थी, तबतक भी एक उम्मीद थी कि बड़े स्तर पर बातचीत में आखिरकार बात बन ही जाएगी. लेकिन नहीं, अपनें मोहरों को पिटता देख चीन, मंत्री स्तर की बातचीत में बिफर रहा है, वार्ता विफल करा रहा है. देखिए खास कार्यक्रम, श्वेता सिंह के साथ.