पड़ोसियों की मंशा बुरी हो, तो हमारी तैयारी अच्छी होना जरूरी है. यही हिंदुस्तान का फलसफा है. चाहे पाकिस्तान से लगती सीमा हो या चीन से लगती सरहद. अटल टनल पूरा हुआ नहीं कि जोजिला सुरंग का ऐलान हो गया है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सीमावर्ती राज्यों में सामरिक रूप से अहम 44 पुल देश को समर्पित कर दिए. समझ लीजिए की चीन और पाकिस्तान को मिर्ची क्यों लग रही है क्योंकि पुलों और सुरंगों से निकलेगा जीत का निश्चित रास्ता. मनाली से रोहतांग के लिए अभी तक जो रास्ता था वो सिर्फ 6 महीने ही इस्तेमाल हो पाता था. बर्फ की वजह से उसे 6 महीने बंद रखना पड़ता था. अटल सुरंग ने ये समस्या हल कर दी. अटल टनल हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी में है. ये मध्य हिमालय का हिस्सा है. सुरंग बनने के बाद मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किमी तक कम हो गई है. 5 से 6 घंटे का रास्ता अब सिर्फ 10 मिनट में पूरा हो जाता है. इसी वजह से चीन बेचैन है. देखिए खास शो, श्वेता सिंह.