भारत और पाकिस्तान ने 1 जनवरी 2024 को अपने परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं की सूची का आदान-प्रदान किया. यह परंपरा 1991 से चल रही है और 1988 के समझौते पर आधारित है. यह कदम दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ाने का प्रयास है. इस समझौते के तहत, दोनों देश एक-दूसरे के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला नहीं कर सकते. VIDEO