रोटी...अब महंगी हो गई है..खाने पीने की चीज़ों के दाम सातवें आसमान पर पहुंच कर हुकूमत को मुंह चिढ़ा रहे हैं...ये कोई ऐसी बात नहीं है कि आपसे-हमसे छिपी हो..महंगाई की मार सब पर बराबर पड़ रही है...सरकार में बैठे लोग भी इस बात से इनकार नहीं कर रहे हैं कि देश में मौजूदा परिस्थितियों में महंगाई नहीं है..विपक्ष के हंगामे के बीच संसद में इस पर चर्चा भी हुई...महंगाई क्यों बढ़ी..अंतरराष्ट्रीय पटल पर इसके क्या कारण हैं...दूसरे मुल्कों की तुलना में हम महंगाई के पायदान पर कहां खड़े हैं....इन सवालों और इनके जवाबों से आम आदमी का सीधे तौर पर कोई लेना-देना नहीं है.