कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने के बाद अस्पतालों मरीजों के लिए पैर रखने की जगह नहीं बची है. हालांकि हेल्थ ऑथोरिटीज का कहना है कि 80 फीसद से ज्यादा मरीजों को हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत नहीं है. वे घर में टेलीकंसल्टेशन की सहायता से रिकवर हो सकते हैं. लेकिन ये भी सच है कि इस इंफेक्शन के साइड इफेक्ट लंबे समय तक शरीर में रह सकते हैं और अब तो हार्ट डैमेज के भी मामले सामने आने लगे हैं. क्या दिल का दौरा पड़ने की एक वजह स्टीरॉयड भी है? देखें क्या है एक्सपर्ट की राय.
Reports said blood clotting in some form can be seen in most patients who have severe Covid-19. If not treated in time, it may result in heart attack, brain stroke, loss of limb etc. Is Steroids increase risk for heart disease? Watch what expert said.