केरल हाई कोर्ट की एक पीठ ने तलाक के लिए पति की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए टिप्पणी की कि युवा पीढ़ी विवाह को बुराई के रूप में देख रही है.कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि "आजकल युवा पीढ़ी सोचती है कि विवाह एक ऐसी बुराई है जिसे बिना किसी दायित्व या दायित्वों के मुक्त जीवन का आनंद लेने के लिए टाला जा सकता है. 'यूज एंड थ्रो' की उपभोक्ता संस्कृति ने हमारे वैवाहिक संबंधों को भी प्रभावित किया है.