मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा में एक पक्ष का घर अगर उपद्रवी पत्थरबाजों का निशाना बना है, तो फिर उसी खरगोन में दूसरे पक्ष की दुकान और बस भी जलाई गई है. सवाल ये है कि फिर कार्रवाई किस पर होगी ? सिर्फ एक तरफ के लोगों पर या दोनों तरफ के उपद्रवी, दंगा भड़काने और माहौल बिगाड़ने वालों पर ? खरगोन में रामनवमी पर बिगड़े माहौल के 24 घंटे के भीतर प्रशासन ने बुलडोजर चलाना शुरु कर दिया. आरोप लगा कि एक ही पक्ष के आरोपियों को सीधे दोषी मानकर बुलडोजर चलाया जाने लगा. 10 अप्रैल के के वीडियो में ये साफ दिख रहा है कि पत्थर दोनों पक्ष की तरफ से चल रहे हैं. लेकिन कार्रवाई किस पर होगी ये कैसे तय होगा ?