कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही है. कोरोना हार रहा है और जिंदगी जीत रही है. अब वक्त आ गया है कि जीने के साधनों को भी रफ्तार मिले. अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटे. कोरोना ने ऐसी चोट पहुंचाई है कि अर्थव्यवस्था को भी ऑक्सीजन की जरूरत महसूस हो रही है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनमी के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर में ही सवा 2 करोड़ से ज्यादा लोगों की नौकरी चली गई. कइयों की सैलरी कम हो गई. कई के धंधे बंद हो गए. इस दौरान बड़ी संख्या में मजदूरों ने एक राज्य से दूसरे राज्य में पलायन भी किया. फिक्की के चेयरमैन ने बताया कि कामगारों का पलायन कैसे रुक सकता है.
India’s economy, which was showing signs of recovery after the first Covid-19 wave, has been hit by the second wave of the pandemic. As various states announced lockdown and fresh Covid restrictions migrant workers were forced to leave for home. In this video FICCI Chairman explains, how migration can stop amidst pandemic.