प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि भारत शांति का पक्षधर है, न्यूट्रल नहीं. मोदी ने दावा किया कि भारत बुद्ध और गांधी की भूमि होने के कारण विश्व उसे सुनता है. उन्होंने कहा कि युद्ध का समाधान युद्धभूमि में नहीं, बल्कि वार्ता की मेज पर ही निकलेगा. प्रधानमंत्री ने ग्लोबल साउथ पर युद्ध के प्रभाव का भी जिक्र किया.