रविवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज में थे. उन्होंने सिखों के नौवें गुरु तेगबहादुर जी को याद किया, मत्था टेका और श्रद्धालुओं से बातचीत की. गुरुद्वारे में उनका इस तरह अचानक आगमन देखकर सब हैरान थे क्योंकि ना तो उनके साथ सुरक्षाकर्मियों का लाव लश्कर था और न ही आम लोगों को रोकने वाली बैरिकेडिंग. गुरुद्वारा रकाबगंज उसी स्थान पर बना है, जहां गुरु तेगबहादुर जी का अंतिम संस्कार किया गया था. दिल्ली के दो गुरुद्वारे उनकी शहादत के प्रतीक हैं. रकाबगंज के अलावा दूसरा गुरुद्वारा रकाबगंज ही है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी आज गुरु तेगबहादुर की शहादत को नमन किया. आइए आपको दिखाते हैं गुरु तेगबहादुर की शहादत की कहानी और रकाबगंज गुरुद्वारे की अहमियत. देखें खास कार्यक्रम, चित्रा त्रिपाठी के साथ.