1984 के सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को एक और मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. यह मामला दिल्ली के सरस्वती विहार का है, जहां 1 नवंबर 1984 को दो सिख नागरिकों - जसवंत सिंह और उनके बेटे तरुणदीप सिंह की हत्या की गई थी. सज्जन कुमार पहले से ही एक अन्य मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं.