बात 1947 की है जब भारत की आज़ादी के बाद अंग्रेजों ने कहा था कि '15 वर्षों में भी कोई भारत की 565 रियासतों को जोड़ नहीं सकता' शायद अंग्रेज़ ये भूल गये थे कि भारत के पास सरदार पटेल नाम की शक्तिशाली शख्सियत है, जिनके इरादें चट्टान की तरह अटल और दिमाग प्रकाश की गति से भी तेज़ है. सरदार पटेल ने अपने तेवर और तरीके से लगभग 2 वर्षों में ही पूरे भारत को एक सूत्र में बांध दिया इसलिए सरदार पटेल का नया नामकरण हुआ और वो था लौहपुरुष. भारत को एक सूत्र में बांधने का काम जितना सुनने में आसान लग रहा है वो करने में बहुत मुश्किल था क्योंकि कश्मीर और हैदराबाद ने भारत में विलय करने से साफ इंकार कर दिया था औऱ यही सरदार पटेल के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी. ये ऐसी रियासतें थी जिनके पास अपनी सेनाएं और लड़ाकू विमान भी थे. इस वीडियो में देखें सरदार पटेल के लौहपुरुष बनने की पूरी कहानी.