आज उजड़ी हुई सी है संगीत की दुनिया, दर्द का एक थक्का गुजरा है संगीत के संसार में, शूल बनकर चुभा है ये वाक्य कि नहीं रहीं लता मंगेशकर. ये सिर्फ लता मंगेशकर का जाना नहीं है, ये अवसान है एक सदी का, लता ताई, जो टूटी तमन्नाओं की खुरदरी जमीन पर अपने गीतों के जरिए मखमली जज़्बात रच देती थीं. उनकी आवाज़ कानों में गूंज रही है, मानों वो खुद कह रही हैं- तुम मुझे यूं भुला न पाओगे. गायकी ऐसी कि देश-विदेशों में लता जी सबकी चहेती थीं. इसी बीच आजतक से जुड़े शत्रुघन सिन्हा ने बताया कि आखिर पाकिस्तान में लता मंगेशकर कितनी लोकप्रिय थीं. देखिये.