आनंद मोहन सिंह को बिहार में राजनीतिक शरण मिली, जिसकी वजह से वो 2 बार खुद सांसद रहा और अब उसका बेटा सत्तारूढ़ पार्टी RJD का विधायक है. आनंद एक IAS अफसर की हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा काट रहा था. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश ने कानून में एक बदलाव करके उसकी सजा कम कर दी और उसे 4 साल पहले ही रिहा कर दिया.