तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भाजपा और कांग्रेस में तीखी बहस हुई. भाजपा ने कांग्रेस पर 26/11 हमले के बाद कार्रवाई न करने का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस ने भाजपा पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया. दोनों पक्षों ने अपने-अपने कार्यकाल में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के दावे किए.