जो अर्पिता मुखर्जी मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ मंच साझा करती थी, जिसकी ममती बनर्जी ने खुद तारीफ की थी, उससे तो टीएमसी ने एक झटके में किनारा कर लिया. लेकिन अपने सबसे करीबी मंत्री को लेकर ममता पसोपेश में हैं. यही वजह है कि बात बात पर प्रतिक्रिया देने वाली ममता अभी तक इस मुद्दे पर खामोश हैं. इसकी वजह भी है. सीनियर नेता चाहते हैं कि पार्टी पार्थ चटर्जी के बचाव में आगे आए, क्योंकि उन पर कार्रवाई से पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला टूटेगा तो वहीं युवा नेता चाहते हैं कि पार्टी पार्थ से किनारा कर ले और उन पर तुरंत कार्रवाई करे. देखें ये रिपोर्ट.
The TMC shrugged off the Arpita Mukherjee who used to share the stage with minister Partha Chatterjee, who was praised by Mamata Banerjee. But Mamata is in dilemma about her closest minister. Youth leaders want the party to shun Partha and take immediate action against him.